धमतरी।श्रद्धा और आस्था का पर्व माघी पूर्णिमा उत्साह के साथ मनाया गया। इस खास अवसर पर श्रद्धालुओं ने महानदी में अलसुबह स्नान कर भगवान रुद्रेश्वर के दर्शन कर धमतरी वासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। धमतरी जिले में नगरी कर्णेश्वर मेला, डोंगापथरा मेला सहित धमतरी के रुद्री में मेला माघ में आयोजित होता हैं।
रुद्री मेंले का एक यहाँ अलग ही महत्व बताया जाता है.. रुद्री में रूद्रेश्वर महादेव का मंदिर छत्तीसगढ़ के प्रमुख शिवालयों में शामिल है। महानदी के तट पर स्थित इस मंदिर का इतिहास हजारों साल पुराना है। ऐसी मान्यता है कि भगवान श्रीराम ने वन गमन के दौरान यहां स्थित भगवान रूद्रेश्वर की पूजा-अर्चना कर अपना आगे का मार्ग तय किया था। राम वन गमन क्षेत्र होने की वजह यहां की महत्ता बढ़ गई है।
सावन मास, माघी पूर्णिमा सहित अन्य खास अवसर पर यहां विविध आयोजन होते हैं।माघी पूर्णिमा के अवसर पर 24 फरवरी को होने वाले इस मेले में यहां सैंकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे जिनके द्वारा शिव जी की पूजा-अर्चना कर सुख- सुख-समृध्दि की कामना की गई।
माघी पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित मेला-मड़ई में रुद्री के अलावा आसपास के गांव सोरम, भटगांव, कोलियारी, करेठा, खरेंगा, नवागांव, कंडेल, दर्री, कसावाही, गंगरेल अर्जुनी, शंकरदाह, रत्नाबांधा, मुजगहन, लोहरसी, पोटियाडीह, श्यामतराई सहित विभिन्न गांव से लोग मेला का लुत्फ उठाने पहुंचते हैं। वहीं मेले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन के द्वारा तगड़ी व्यवस्था की गई है
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