धमतरी वर्तमान विधायक के निष्क्रियता के कारण भाजपा का ग्राफ बढ़ने की बजाय काफी गिर चुका है। सड़को से लेकर रेत खदानों सहित अन्य मुद्दों में उनके द्वारा कोई उल्लेखनीय पहल नही की गई..इन पांच सालों में उनके द्वारा किसी भी तरह से विकास कार्य क्षेत्र के लिए नहीं किया गया जिसके कारण यहां के मतदाता उनसे काफी नाराज है। इस बात से अब लगभग तय हो चुका है कि अब रंजना का बाहर जाना और इंदर का अंदर आना यह तो लगभग तय है। सौभाग्यशाली बात ये भी थी कि उन्हें राज योग के चलते मात्र 464 मतों से विजयी होकर 5 साल विधायिकी काल हँसते खेलते गुजार दिया। वैसे देखा जाए तो इसमें दो मत नही कि रंजना शिक्षित है, काफी गुणी और संस्कारिक भी है.. मगर उन्होंने हमेशा किसी के इशारों में अपने कार्यों को अंजाम दिया है जो उनके राजनीतिक जीवन के विकास के लिए अब एक बाधा बन चुका है। और राजनीति का एक और मूलमंत्र हैं कि अपने दिल व दिमांग से फैसला लेकर आगे बढ़ना.. लेकिन यही चीज उन्होंने नही किया सारे फैसले परावलम्बी बनकर किया जो आज उनके लिए हर तरफ में रोड़ा बन रहा हैं। उनके स्तम्भ बने कार्यकर्ताओं ने इसी वजह से उनसे कन्नी काटकर एक दूसरे युवानेता जिन्होंने कुछ दिन पूर्व भाजपा प्रवेश किया हैं उसके साथ दिखाई देने लगे हैं..वही दूसरी ओर बात करे पूर्व विधायक इंदर चोपड़ा की तो वे एक बार फिर भाजपाइयों के दिल के अंदर समाने लगे है.. जिससे एक बार फिर प्रतीत होने लगा कि भाजपा के इस जमीनी और निष्ठावान सिपाही को पार्टी मैदान में उतारना चाहिए। वही श्री चोपड़ा निरंतर जो जनसेवा कर रहे है उस बात का संज्ञान भाजपा हाईकमान को भी हैं। कुरूद विधायक अजय चंद्राकर के समकक्ष भाजपा की राजनीतिक जीवन में इंदर चोपड़ा भी गुणी और एक प्रखरवक्ता के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनाई है जिसके कारण लोग आज भी उनके कायल हैं । वैसे भी देखा जाए तो वर्तमान में धमतरी जिले भाजपा संगठन में उनका कोई तोड़ नही हैं। भाजपा को अगर अपनी सीट को यहाँ बरकरार रखना है तो रंजना को भूलकर इंदर को अपनाना होगा नही तो कांग्रेस के दिग्गज प्रत्याशी के सामने कोई भी भाजपा प्रत्याशी का टिक पाना असंभव हैं..हो वह अपनी हार को कदापि नही रोक पायेगा..।कांग्रेसियों की ख्वाईश हैं कि इस बार फिर रंजना को ही टिकिट मिले और ताकि उनकी जीत में आसानी हो.. वही यह भी कहा जा रहा है कि इसी प्लानिंग के तहत उन्हें उत्कृष्ट विधायक का दर्जा भी कांग्रेसियों के द्वारा दिया गया है... इसलियें भाजपा नेतृत्व इस बात को नजरअंदाज न कर ठोक बजाकर अपने प्रत्याशी घोषित करे वर्ना बाद में सिर्फ हार का मंथन करने का ही सौभाग्य उन्हें प्राप्त होगा।
क्या रंजना होगी आउट .. इंदर करेंगे अब बेटिंग ..?
Sunday, September 3, 2023 by
Dhamtari TV

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