धमतरी।कलेक्टर नम्रता गांधी के द्वारा प्लास्टिक मुक्त धमतरी की अनुकरणीय परिकल्पना कर एक बहुत ही अच्छी पहल की शुरुआत किया जा रहा हैं..
उन्होंने इस अभियान का प्रारंभ छत्तीसगढ़ की पहचान रविशंकर सागर जलाशय (गंगरेल डेम) को स्वच्छ-सुंदर बनाने और प्लास्टिक मुक्त करने मुहिम शुरू की है।
इस अभियान के तहत् जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, सामाजिक संगठनों, रेडक्रास वालेंटियरर्स, एनएसएस, स्कूली बच्चों, ग्रीन आर्मी, स्वच्छता दीदी सहित अधिकारी-कर्मचारियों सहित अनेक समाजसेवी संस्थाओं के सदस्यों द्वारा
गंगरेल डेम के रेस्ट हाऊस परिसर, पार्किंग स्थल, पार्किंग स्थल मंदिर परिसर, अंगारोती मंदिर के पीछे, अंगारोती मंदिर के मेनगेट, बरदिहा रेस्ट हाऊस, अंगारमोती मंदिर के नीचे जाने वाला रास्ता, हनुमान प्रतिमा के आसपास सहित अन्य स्थलों की सफाई कर प्लास्टिक निर्मित पॉलीथीन, बोतलो आदि की सफाई की ..वही कलेक्टर के द्वारा स्वच्छता अभियान में बढ़चढ कर हिस्सा लेने वाले समूह को पुरस्कृत करने की घोषणा भी की गई है।j
आखिर हम बताना चाहेंगे कि ये अभियान जरूरी क्यो है ..
आज के समय में बहुतायत से प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है। घर में उपयोग की जाने वाली कई सारी चीजें प्लास्टिक की बनी होती है और हम इन चीजों का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करते हैं।
जब भी हम बाजार जाते हैं, तो हम प्लास्टिक में ही सब्जिया या सामान खरीद कर ले आते हैं और प्लास्टिक को सहजता से रख देते हैं, ताकि उसका फिर से इस्तेमाल कर सके। एक सर्वे के अनुसार भारत में रोजाना 16000 टन प्लास्टिक कचरे का उत्पादन होता है और 10000 टन प्लास्टिक को इकट्ठा किया जाता है। लेकिन हमारे लिए यह जानना आवश्यक है कि प्लास्टिक हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही नुकसानदायक है। हमें प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल करना होगा, ताकि हमारा स्वास्थ्य सही रह सके।
जिला शासकीय कार्यालयों में नही होगा प्लास्टिक का उपयोग
प्लास्टिक उपयोग बंद करने की करने के उद्देश्य से कलेक्टर नम्रता गाँधी के द्वारा एक बड़ा कदम उठाया गया है। अब जिले के सरकारी दफ्तरों में भी प्लास्टिक का उपयोग नही किया जाएगा..अब मिट्टी से बने कुल्लड़ किया जाएगा..नारी में हस्तशिल्प कला बाेर्ड के सहयाेग से मिट्टी के बर्तन बनाने का काम शुरू किया गया है जिसके लिए महिलाओं काे प्रशिक्षण दे दिया जा रहा है ताकि कार्यालयाें, दुकानाें व घर में उपयाेग किए जाने वाले सभी तरह के बर्तन इस्तेमाल किये जा सके। इनका उपयाेग भी सरकारी कार्यालयाें में शुरू कर दिया गया है। अगले कुछ महीनाें में यह जिले के सभी सरकारी कार्यालयाें में नजर आएंगे।