धमतरी जिले में चुनावी दौर के चलते कांग्रेस में दावेदारी करने वालो की कमी नही हैं.. बस एकजुटता और एक दूसरे पर विश्वास की जरूर कमी है.. वही इन कांग्रेसी दावेदारों में उठा पटक की स्थिति में धमतरी से संजय चौधरी और कुरूद से भरत नाहर के नाम पर मुहर लग सकता है ।

धमतरी के चार चिन्हारी और प्रबल दावेदार गुरमुख सिंह होरा के टिकट को लेकर कांग्रेसियों में उठा पटक जारी है ...जिसे देखने के बाद स्कैनिंग कमेटी पिछड़ा वर्ग समाज के सक्रिय युवा नेता संजय चौधरी के नाम पर अपना मुहर लगा सकती है। गौरतलब रहे धमतरी जिले के लिए प्रथम युवक कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने अपना राजनीतिक कार्यकाल का बखूबी निर्वहन किया था। इसके अलावा जैविक खेती को लेकर राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने एक उत्कृष्ट कृषक का भी भूमिका अदा कर अनेक अवार्ड भी हासिल की है । साथ ही छत्तीसगढ़ के युवा कृषकों को भी अन्य युवकों को भी खेती में जोड़कर रोजगार के नए अवसर पैदा किए हैं । श्री चौधरी एक ग्रामीण कृषक के साथ-साथ धमतरी शहर की राजनीति में अहम योगदान रखते हैं। धमतरी क्षेत्र के युवाओं में   अपने मधुर एवं मिलनसार स्वभाव के कारण उनकी एक अलग पहचान बनी हुई है। कांग्रेस की गुटबाजी एवं एक दूसरे के उधेड़बुन राजनीति के चलते अगर इन पांच पांडवों में कोई चेहरा साफ नही हुआ तो छटवे कर्ण के रूप संजय को एक योद्धा बनाकर मैदान में लाया जा सकता हैं.. वही साहू समाज के द्वारा भी इस जिले में टिकिट की मांग की जा रही हैं। अगर इस समाज से टिकिट देने की बात आती हैं तो भी श्री चौधरी का नाम पर सहमति बन सकती हैं। वही ग्रामीण व शहरी परिवेश में उनकी छवि भी काफी साफ सुथरी होने के कारण एक मजबूत पकड़ भी हैं जिसके कारण वे कांग्रेस के लिए एक अच्छे प्रत्याशी साबित हो सकते है..

 *कुरूद से भरत नाहर के नाम पर लग सकती हैं मुहर*

 


धमतरी में जो टिकिट को लेकर उठापटक है ठीक कुरूद में भी वही हाल है.. पिछले चुनाव में जो कांग्रेस का जो हाल हुआ वो जगजाहिर हैं जिसे लेकर  छाया विधायक हर कार्यक्रम में अपनी हार का भड़ास निकालकर बागी प्रत्याशी के लिए अपना विचार रखती हैं.. गौरतलब करने वाली बात ये भी है अगर बागी लोगो कांग्रेस के द्वारा प्रत्याशी घोषित किया जाता हैं तो पार्टी के लिए और भी बागी बनकर 5 साल के बाद टिकिट के दावेदार जरूर बन सकते है..लेकिन ये प्रथा कांग्रेस के घातक साबित हो सकता है.. ऐसे में देखा जाए तो कुरूद विधानसभा के लिए भरत नाहर एक उपयुक्त और मजे हुए और गुटबाजी से दूर प्रत्याशी के रूप में सामने आ सकते है..भखारा नगर पंचायत में वे अध्यक्ष रहते हुए कांग्रेस पार्टी के लिए निरंतर सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में अपनी सेवाये देते आ रहे हैं जिनका फायदा उन्हें चुनाव में भी मिल सकता है..।

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