धमतरी।छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा शराब घोटाले  के मामले को लेकर महिला मोर्चा एवं भाजपा युवा मोर्चा धमतरी के द्वारा रत्नाबांधा चौक में आंशिक चक्का जाम किया गया.. आंदोलनकारी भाजपाइयों का कहना था कि 2 हजार करोड़ के शराब घोटाले के मामले में अनेक कांग्रेसी नेताओं के नाम उजागर हो रहे मगर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा उन्हें संरक्षण देकर बचाया जा रहा है ..ऐसा प्रतीत होता है कि कहीं ना कहीं इस घोटाले में छत्तीसगढ़ सरकार की भी खास भूमिका थी..


गौर तलब रहे कि छत्तीसगढ़ में आबकारी विभाग के विशेष सचिव पर आरोप है कि उन्होंने नीति में बदलाव कर 2 हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया है. इस मामले में जांच एजेंसी ने 12 मई को विशेष सचिव अरुण पति त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया था...वही भाजपाइयो ने इस घोटाले में लिप्त सभी दोषियों पर जल्द कार्यवाही किया जाना चाहिए साथ ही इस कृत्य के लिए मुख्यमंत्री भुपेश बघेल को भी इस्तिफा दे देना चाहिये..आपको ये बताना भी लाजिमी होगा कि किस प्रकार से किया गया था ये घोटाला.. इस घोटाले में ये चार तरीकों का इस्तेमाल कर  किया गया था  भ्रष्टाचार ..

1) CSMCL द्वारा डिस्टिलरों से रिश्वत ली गई थी. 

2) बेहिसाब कच्ची देशी शराब की बिक्री. 

3) डिस्टिलर्स से रिश्वत ली गई ताकि उन्हें कार्टेल बनाने और बाजार में हिस्सेदारी तय करने की अनुमति मिल सके. 

4) एफएल-10ए लाइसेंस धारकों से कमीशन, जिन्हें विदेशी शराब खंड में भी पेश किया गया था...


विशाल ठाकुर की रिपोर्ट

बहरहाल ये मामला अब और तूल पकड़ने लगा है.. जगह जगह इस मुद्दे को लेकर भाजपा के द्वारा आंदोलन प्रदर्शन किया जा रहा है..वही ऐसा संकेत भी मिला है चुनाव के पहले ईडी के द्वारा कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं की घेराबंदी की जा सकती हैं.. चुनाव का समय जैसे जैसे पास आ रही वैसे वैसे आरोप प्रत्यारोप का दौर चालू हो गया है...एक ओर भाजपा कांग्रेसियों की बाल का खाल निकालने में लगी हैं..तो वही कांग्रेस भी उनके मुकाबले में तिल का ताड़ बनाने में कही पीछे नही है..

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